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तीज पर्व क्या है ?

तीज पर्व क्या है?

हिंदू पंचांग के अनुसार, प्रत्येक वर्ष सावन माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि पर तीज का त्यौहार मनाया जाता है। इसे हरियाली तीज या श्रावणी तीज भी कहते हैं।

तीज कितने प्रकार की होती है?

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार ,भारत में तीज तीन प्रकार की होती हैं- (हरियाली तीज, कजरी तीज और हरतालिका तीज)

तीज के व्रत में क्या-क्या सामग्री चढ़ाई जाती है?

हरतालिका तीज पूजन की सामग्री- हरतालिका व्रत से एक दिन पहले ही पूजा की सामग्री जुटा लें जो इस प्रकार है गीली मिट्टी, बेलपत्र, शमी पत्र, केला का पत्ता, धतूरे का फल और फूल, अकांव का फूल, तुलसी, मंजरी, जनेऊ, वस्त्र, मौसमी का फल, नारियल, कलश, अबीर, चंदन, घी, कपूर, कुमकुम, दीपक, दही, दूध और शहद 


तीज व्रत में पानी कब किया जाता है?

हरतालिका तीज के दिन महिलाएं व कन्याएं बिना पानी पिए और निराहार भगवान शिव के नाम का जाप करती हैं। और रात भर भगवान शिव की उपासना और भजन कीर्तन किए जाते हैं।भगवान शिव का ध्यान किया जाता है। और अगले दिन सुबह स्नान करके पूजा-आरती करने के बाद जल ग्रहण करके ही व्रत का पारण किया जाता है।

तीज पर्व का क्या महत्व है? 

इस दिन सुहागन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं, और कुंवारी कन्याएं अच्छे पति की प्राप्ति की कामना के लिए व्रत रखती हैं। इस दिन भगवान शिव और पार्वती जी की पूजा करने और व्रत रखने से अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इस दिन महिलाएं सोलह श्रंगार करती हैं मेहंदी लगाती हैं और नए कपड़े पहनती हैं।



हरियाली तीज पर क्यों पहना जाता है हरा रंग,जाने इसके पीछे का कारण और महत्व?

इस बार हरियाली तीज 31 जुलाई 2022 को पड़ रही है। इस दिन हरे रंग को पहनना बहुत शुभ माना जाता है। इसके पीछे का कारण और महत्व क्या है आइए जानें।
हिंदू धर्म में हरियाली तीज का विशेष महत्व है। इस 31 जुलाई 2022 रविवार को हरियाली तीज का त्य�इस 31 जुलाई 2022 रविवार को हरियाली तीज का त्यौहार मनाया जाएगा। इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं। और कुंवारी कन्याएं भी अच्छे पति की प्राप्ति के लिए इस दिन व्रत रखती हैं। इस दिन भगवान शिव और पार्वती जी की पूजा करने और व्रत रखने से अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इस त्यौहार के दिन महिलाएं सोलह श्रंगार करती हैं, मेहंदी लगाती हैं, नए कपड़े पहनती हैं, इस दिन पर महिलाएं हरे रंग के कपड़े पहनती हैं, हरी चूड़ियां पहनती हैं और श्रृंगार में हरे रंग की अधिकता ज्यादा होती है। लेकिन आपने कभी सोचा है कि इस त्यौहार में हरे रंग को इतना महत्व क्यों दिया जाता है? आइए जानें।
हरियाली तीज पर हरे रंग का महत्व
सनातन धर्म में हरे रंग को बहुत पवित्र माना जाता है। सावन के महीने में हरे रंग का महत्व और भी बढ़ जाता है। इस महीने बारिश होती है, और चारों और हरियाली नजर आती है। श्रावण मास मानसून में मौसम बहुत ही सुहावना होता है। यह मौसम भीषण गर्मी से राहत पहुंचाता है। इसमें मन शांत और खुश रहता है। इसलिए इसे प्रकृति का रंग भी माना जाता है। इस रंग को सौभाग्य का प्रतीक भी माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि भगवान शिव को हरा रंग बहुत पसंद है। यह रंग बुध का भी माना जाता है। इस रंग के कपड़े पहनने से कुंडली में बुध को मजबूत बनाने में मदद मिलती है। इसलिए आप हरियाली तीज के दिन बुध ग्रह को मजबूत करने के लिए इस रंग के कपड़े भी पहन सकते हैं। यही कारण ही हरियाली तीज के दिन हरे रंग के कपड़े पहनकर पूजा करना बहुत ही शुभ माना जाता है।
हरियाली तीज का शुभ मुहूर्त
इस बार हरियाली तीज शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि 31 जुलाई 2022 रविवार के दिन है। शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि की शुरुआत रविवार को सुबह 3:00 बजे से होगी। इसका समापन अगले दिन 1 अगस्त 2022 दिन सोमवार सुबह 4:20 पर होगा।
हरियाली तीज का महत्व
हरियाली तीज का व्रत पति की लंबी उम्र के लिए किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि कुंवारी कन्याएं अगर इस दिन व्रत रखे तो, उन्हें मनचाहे जीवनसाथी का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इस व्रत को उत्तम संतान के लिए भी रखा जाता है। इस व्रत को रखने से दांपत्य जीवन खुशहाल रहता है।
( यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं, इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है । इसे सामान्य जनरूचि को ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया है।)
हिंदू पंचांग के अनुसार, प्रत्येक वर्ष सावन माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि पर तीज का त्यौहार मनाया जाता है। इसे हरियाली तीज या श्रावणी तीज भी कहते हैं।

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