भारत का राष्ट्रिय खेल कौनसा हैं ? | Bharat ka rashtriya khel kaun sa hai
हॉकी को हम भारत के राष्ट्रिय खेल के रूप में जानते हैं। वैसे तो हमारे देश में कई खेल खेले जाते हैं। इन खेलों की सूची में क्रिकेट और फुटबॉल सबसे ऊपर हैं।
हॉकी की शुरुआत कब से हुई ?
हॉकी की शुरुआत 4000 साल पहले
हॉकी में कितने खिलाडी होते हैं ?
हॉकी में 11 खिलाडी होते हैं
हॉकी खेल की शुरुआत कहा से हुई ?
हॉकी खेल की शुरुआत मिश्रसे मानी जाती हैं
हॉकी भारत का राष्ट्रीय खेल है ?
हॉकी भारत का राष्ट्रीय खेल नहीं है।
जैसे हमारा राष्ट्रगान जन-गण-मन है, हमारा राष्ट्रीय झंडा तिरंगा है, राष्ट्रीय चिह्न या प्रतीक अशोक स्तंभ है... उसी तरह कई देशों के हैं। कई देशों के अपने राष्ट्रीय खेल भी हैं, जैसे ब्रिटेन का राष्ट्रीय खेल क्रिकेट है, अमेरिका का राष्ट्रीय खेल बेसबॉल है, ब्राजील और फ्रांस का राष्ट्रीय खेल फुटबॉल है... वैसे ही हमारा राष्ट्रीय खेल कौन सा है? आपके मन में फिर से हॉकी का नाम तो नहीं आ रहा? अगर ऐसा है तो हम क्लियर कर दें कि हॉकी हमारा राष्ट्रीय खेल नहीं है।
दरअसल, भारत के राष्ट्रीय खेल को लेकर कई बार सवाल उठ चुके हैं, लेकिन सरकार भी बता चुकी है कि भारत का कोई राष्ट्रीय खेल है ही नहीं। इसी साल मार्च 2021 में उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के एक लॉ स्टूडेंट ने RTI के माध्यम से खेल मंत्रालय से जवाब मांगा था, कि 'भारत सरकार ने किस खेल को राष्ट्रीय खेल के रूप में मान्यता दी है? इस सवाल के जवाब में खेल मंत्रालय ने बताया कि, भारत ने किसी भी खेल को राष्ट्रीय खेल के रूप में मान्यता नहीं दी है। जवाब में यह भी लिखा कि सभी खेलों को प्रोत्साहित करना देश का उद्देश्य है। गोरखपुर निवासी लॉ स्टूडेंट शिवम कुमार गुप्ता के RTI का जवाब देते हुए खेल मंत्रालय ने एक लेटर जारी कर बताया कि भारत सरकार ने किसी भी खेल को राष्ट्रीय खेल के रूप में घोषित नहीं किया है। क्योंकि सरकार का उद्देश्य सभी लोकप्रिय खेलों को प्रोत्साहित करना है। काफी साल पहले ऐश्वर्य पराशर ने भी आरटीआई के माध्यम से यही सवाल पूछा था, तब जवाब मिला था कि हॉकी सामान्य खेलों में एक राष्ट्रीय खेल के रूप में जाना जाता है। हॉकी को प्राथमिकता दी गई है लेकिन यह राष्ट्रीय खेल नहीं है।
हॉकी भारत में लोकप्रिय खेलों में शामिल है ?
हॉकी भारत में एक लोकप्रिय खेलों में शामिल है। भारत ने वर्ष 1928 से 1956 तक ओलंपिक में लगातार 6 बार स्वर्ण पदक जीते हैं। हॉकी के जादूगर के रूप में मेजर ध्यान चंद का सिक्का तो पूरी दुनिया में चला है। इस बार तो सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का नाम हटाकर खेल रत्न पुरस्कार में मेजर ध्यानचंद का नाम जोड़ दिया है। बहरहाल भारतीय खिलाड़ियों ने इस बार के ओलिंपिक में अच्छा प्रदर्शन किया।
1928 से 1956 तक हॉकी में भारत की बादशाहत थी। यह युग भारत में हॉकी का स्वर्णयुग कहा जाता है। इसी कारण हॉकी की लोकप्रियता ऐसी बढ़ी कि इसे मौखिक तौर पर राष्ट्रीय खेल कहा जाने लगा।
2 Comments
Great information
ReplyDeleteNice
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