Republic Day 2023: 26 जनवरी को ही क्यों मनाते हैं गणतंत्र दिवस? जानें इतिहास और महत्व
Happy Republic Day 2023: देश के राष्ट्रीय त्योहारों में से एक गणतंत्र दिवस के दिन देशवासी स्वतंत्रता सेनानियों व वीर योद्धाओं को स्मरण करते हैं हर वर्ष इस दिन राष्ट्रपति तिरंगा फहराते हैं।
Happy Republic Day 2023: गणतंत्र दिवस 26 जनवरी को देश भर में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है, क्योंकि 26 जनवरी 1950 के दिन ही सुबह 10:18 पर भारत का संविधान लागू किया था। इस दिन विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन के साथ-साथ देश की राजधानी दिल्ली में राजपथ पर परेड होती है। हर वर्ष इस दिन राष्ट्रपति तिरंगा झंडा फहराते हैं। और 21 तोपों की सलामी दी जाती है रिपब्लिक डे पर देश में राष्ट्रीय अवकाश घोषित होता है। हालांकि कई विद्यालयों व संस्थानों में इस दिन रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन भी होता है। सन 1948 के आरंभ में ही डॉक्टर बी आर अंबेडकर ने संविधान सभा में पहली बार संविधान की रूपरेखा प्रस्तुत की थी। हालांकि, इसमें कुछ संशोधनों के बाद नवंबर 2049 में इसे एक्सेप्ट कर लिया गया और 26 जनवरी, सन 1950 को संविधान पारित हुआ। तब से हर वर्ष इस दिन भारत में गणतंत्र दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष देश में अपना 74वां रिपब्लिक डे मनाने जा रहा है। बता दें कि भारत का संविधान दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान कहा जाता है।
भारत का संविधान किसने लिखा और कितना समय लगा ?
भारत का संविधान डॉक्टर बी आर अंबेडकर ने लिखा और भारत के संविधान को लिखने में डॉक्टर बी आर अंबेडकर को 2 वर्ष 11 महीने 18 दिन का समय लगा। डॉक्टर बी आर अंबेडकर ने 2 वर्ष 11 महीने 18 दिन में भारतीय संविधान का निर्माण किया और संविधान सभा के अध्यक्ष डॉ राजेंद्र प्रसाद को 26 नवंबर 1949 को भारत का संविधान सुपुर्द किया।
26 जनवरी 1950 को कैसे लागू हुआ भारत का संविधान ?
गणतंत्र दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य यह है कि 26 जनवरी 1950 को पूरे 2 वर्ष 11 महीने और 18 दिन लगा कर बनाया गया संविधान लागू किया गया था और हमारे देश भारत को पूर्ण गणतंत्र घोषित किया गया।
डॉक्टर भीमराव अंबेडकर, पंडित जवाहरलाल नेहरू, डॉ राजेंद्र प्रसाद, मौलाना अब्दुल कलाम आजाद, सरदार वल्लभभाई पटेल आदि संविधान सभा के प्रमुख सदस्य थे। संविधान निर्माण मैं कुल 22 समितियां थी, जिसमें प्रारूप समिति (ड्राफ्टिंग कमेटी) सबसे प्रमुख और महत्वपूर्ण समिति थी और इस समिति का संपूर्ण संविधान लिखना या निर्माण करना था। प्रारूप समिति के अध्यक्ष डॉक्टर बीआर अंबेडकर थे। और उसमें विशेष रूप से डॉक्टर बी आर अंबेडकर ने 2 वर्ष 11 महीने 18 दिन में भारतीय संविधान का निर्माण किया और संविधान सभा के अध्यक्ष डॉ राजेंद्र प्रसाद को 26 नवंबर 1949 को भारत का संविधान सुपुर्द किया।
आधिकारिक तौर पर संविधान 26 जनवरी, सन 1950 को लागू हुआ था। स्किन को चुनने की मुख्य वजह लाहौर कांग्रेस अधिवेशन है। इस दिन यानी 26 जनवरी, 1929 को पहली बार पूर्ण गणराज्य का प्रस्ताव पेश किया गया था। इसके लिए ही 26 जनवरी के दिन भारतीय संविधान को लागू किया गया और तब से इस दिन को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है।
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